एक दिन पूर्व पिकअप वैन के पलटने से चालक की हो गई थी मौत
मेहरमा। एक दिन पूर्व सोमवार को सड़क दुर्घटना में मौत के आगोश में समाने वाले बलबड्डा थाना क्षेत्र के तेतरिया गझंडा निवासी पिकअप वाहन चालक इरशाद आलम के परिजनों से मंगलवार को महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने मुलाकात कर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। दरअसल, तेतरिया गझंडा के पिकअप वाहन चालक इरशाद आलम की मौत सोमवार को महागामा थाना क्षेत्र के लौगांय में दुर्घटना में हो गई थी। गाड़ी बैक करने के दौरान वाहन पोखर में अनियंत्रित होकर पलट गया था। वाहन चालक गाड़ी के नीचे दब गए थे।
घटना की सूचना मिलने पर महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह मंगलवार को मृतक के आवास पर पहुंचीं और शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। साथ ही मृतक के परिजनों को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिलाया।
मृतक की मां विधायक श्रीमती दीपिका से लिपटकर फूट-फूट कर रोने लगीं। मृतक की शादी नहीं हुई थी। वह अपने परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था। शोक संतप्त परिवार से मिलने के दौरान विधायक के साथ-साथ दर्जनों कांग्रेसी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
विद्युत करंट से दो भैंस की मौत
मेहरमा। ठाकुर गंगटी प्रखंड के भगैया पंचायत अंतर्गत बड़ी भगैया बजरंग बली मंदिर के समीप मंगलवार की शाम बिजली करंट की चपेट में आ जाने से दो भैंस की दर्दनाक मौत हो गई। मौत की सूचना पर आसपास के सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई और इसकी सूचना साहिबगंज विद्युत विभाग के कर्मी को दी गई। भैंस मालिक का नाम गायवा यादव बताया जा रहा है, जो मूल रूप से भगैया गांव का रहने वाला है। इधर भैंस की मौत से पीड़ित मालिक का रो- रो कर बुरा हाल है। खबर लिखे जाने तक घटनास्थल पर लोगों की काफी भीड़ लगी हुई थी। वहीं पंचायत के मुखिया द्वारा इस संबंध में प्रखंड प्रशासन को सूचना देने की कार्रवाई की जा रही थी। पीड़ित भैंस मालिक ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाया है।
रिमझिम बारिश से मौसम हुआ सुहाना
हनवारा। मंगलवार को महागामा प्रखंड क्षेत्र में रिमझिम बारिश होने से मौसम सुहावना हो गया। बारिश के अभाव में मायूस हो रहे किसानों के चेहरे पर हरियाली लौटाई। बारिश के कारण किसानों की उम्मीदों को पंख लग गए।सोमवार से ही मौसम ने करवट ली। दो दिनों में हुए रुक रुक कर वर्षा से किसानों के चहरे खिल उठे है। मंगलवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे। दोपहर बाद रिमझिम बारिश हुई। जिससे तापमान में भी कमी आई है। मौसम में ठंडक घुल गई। पारे में गिरावट आई और लोगों को गर्मी से राहत मिली। वर्षा होने से खरीफ फसलों को लेकर निराश किसानों में आस जग गई। धान की फसल होने की जगी उम्मीद। वर्षा न होने से किसानों में चिंता थी और खरीफ फसलों को लेकर वे निराश हो गए थे। वर्षा न होने की वजह से कहीं कहीं अब तक 20 से 25 फीसद ही बिचड़ा डाला गया है। ये बिचड़े भी तेज धूप में सूखने लगे थे। अब इन बिचड़ा वाले खेतों में जान आ गयी है। सब्जी की खेती करने वाले किसान खुश हो गए हैं। सब्जी वाले खेतों में इस वर्षा से नमी लौट आयी है। इससे सब्जी उत्पादक किसान खुश हैं। तपती गर्मी में जल रही उनकी सब्जी की फसलों में हरियाली लौटने वाली है। खेतों में नई सब्जियां लगेगी। इसके साथ ही अन्य खरीफ फसलों की खेती भी शुरू हो जाएगी।
पुस्तक मेला में पुस्तकों की बिक्री ने पकड़ी रफ्तार
गोड्डा। कार्यालय संवाददाता जिला मुख्यालय में पहली बार लगे पांच दिवसीय पुस्तक मेले में पुस्तकों की बिक्री ने रफ्तार पकड़ ली है ‘ मंगलवार को मेले के चौथे दिन तेज बारिश वाले मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में पुस्तक प्रेमी अपनी – अपनी पसंद के पुस्तक खरीदते अथवा ऑनलाईन ऑर्डर करते देखे गए ‘ मौके पर मौजूद साहित्यकार शिवकुमार भगत, रवि शंकर झा, सर्वजीत झा, सुरजीत झा, परीक्षित “प्रेमी”, प्रदीप प्रभात, प्रो नन्द किशोर झा, संजय जायसवाल आदि ने जमकर किताबों की खरीददारी की। साथ ही पुस्तक मेला के आयोजक दिनकर पुस्तकालय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए पुस्तक मेला के संयोजक हिमांशु शेखर झा से प्रति वर्ष इस प्रकार के आयोजन की अपील की ‘
इस बीच पुस्तक मेला को लेकर प्रसिद्ध साहित्यकार विनय सौरभ ने कहा है कि वह पिछले 25 सालों से इस शहर की सांस्कृतिक साहित्यिक गतिविधियों से परिचित हैं । हर छोटे शहरों की जो नियति और स्वभाव है, उससे यह शहर भी अछूता नहीं है। उन्होंने कभी पुस्तकों पर केन्द्रित कोई आयोजन यहां नहीं देखा है।
निकटतम शहर देवघर में दिसंबर – जनवरी में हर साल किताबों का एक मेला लगता है और यह रवायत वहां वर्षों से कायम है।
बहरहाल, दिनकर पुस्तकालय, जो ऑफलाइन ऑनलाइन किताबें उपलब्ध कराता है, गोड्डा के महिला कॉलेज परिसर में जरूरी किताबों को लेकर आया है। श्री सौरभ के अनुसार, एक दिन पूर्व वे गीता और अभिनव के साथ पुस्तक मेला में गये थे। अच्छी, महत्वपूर्ण, चर्चित किताबों के साथ बिल्कुल नये लेखकों- कवियों की किताबें देखकर आश्चर्य हुआ। हमने अपनी पसंद की 18 किताबें लीं।
राजकमल, वाणी, सेतू, हिंदी युग्म में नवारूण ने सार्थक, नई किताब, पेंग्विन, प्रभात प्रकाशन, प्रतिश्रुति समेत 40 प्रकाशकों की पुस्तकें यहां शामिल की गई हैं।
यह गोड्डा और इस इलाके के लिए भी एक सुंदर अवसर है। लोगों को अपने परिजनों के साथ इस आयोजन में आना चाहिए। बच्चों को अपने साथ जरूर लाएं, ताकि उसमें किताबों के प्रति प्रेम और लगाव पैदा हो।
यह पुस्तक प्रदर्शनी- मेला 24 से 28 जून तक है। सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक आप यहां आ सकते हैं। किताबों पर 30 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है, जिसे आप संतोषजनक मान सकते हैं। इस आयोजन के लिए हमें दिनकर पुस्तकालय का आभारी होना चाहिए ।