देवघर/नगर संवाददाता। विश्व रेडक्रॉस दिवस पर इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी देवघर शाखा द्वारा मंगलवा२ को रेडक्रॉस दिवस मनाया गया। इस अवसर पर भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी, देवघऱ शाखा के विभिन्न समन्वय समितियों के सदस्यों के बीच मनोनयन पत्र का वितरण, भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी देवघर शाखा के बैच एवं वेबसाइट का लोकार्पण एवं भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी देवघर शाखा के पैट्रन मेम्बर व वाइस पैट्रन मेम्बर का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी देवघर शाखा के उपाध्यक्ष सह अनुमंडल पदाधिकारी देवघर दीपांकर चौधरी, चेयरमैन जितेश राजपाल, वाइस चेयरमैन पीयूष जायसवाल, कोषाध्यक्ष राजकुमार बरनवाल, जिला प्रतिनिधि आनंद साह, जिला महिला प्रतिनिधी ममता किरण द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। मौके पर स्वागत भाषण एवं सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए चेयरमैन जितेश राजपाल ने रेडक्रॉस के स्थापना एवं कार्यों पर प्रकाश डाला। कहा कि आज के दिन सन 1863 से रेड क्रॉस डे मनाया जाता है। हेनरी दुनांट का जन्मदिन 8 मई को आता है और उन्ही के जन्मदिवस पर अन्तराष्ट्रीय कमिटी के द्वारा रेड क्रॉस डे मनाने का निर्णय लिया गया था। हेनरी दुनांट रेडक्रॉस फाउंडेशन के संस्थापक थे और एक समाजसेवी थे और वो पहले ऐसे इंसान थे जिन्हे शांति के लिए नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। हेनरी ने अपना सारा जीवन घायलों की सेवा में लगाया और उन्होने रेडक्रॉस अभियान भी चलाए। रेडक्रॉस अभियान का विश्व युद्ध प्रथम के दौरान बहुत अधिक प्रचार किया गया और लोगों को जागरूक किया गया। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान यह अभियान एक बड़े आंदोलन के रूप में उभरा और लोगों ने इस अभियान से बहुत कुछ सीखा। रेडक्रॉस अभियान का सर्वप्रथम उद्देशय यही था कि दुनिया भर में जितने भी बीमार अथवा घायल लोग हैं उनका इलाज किया जाए एवं उन्हे यथा संभव मदद दी जा सके। रेड क्रॉस डे को मनाए जाने के पीछे एक बहुत बड़ा कारण और उद्देशय छुपा है। विश्व रेड क्रॉस डे को मनाने के दौरान लोगों को इस बात के लिए जागरूक किया जाता है कि वे एक दूसरे की मदद करें। एक भारतीय के तौर पर मुझे लगता है कि रेडक्रॉस अभियान में कही गई सारी बातें भारतीय मूल में निहित हैं। हम सभी भारतीय यह जानते हैं कि भारतीय संस्कारों और संस्कृति में इस बात का जिक्र कई बार हुआ है कि समस्त विश्व के लोग हमारे अपने बंधु बांधव हैं। गीता का सबसे बड़ा ज्ञान यही है कि वसुधैव कुटुम्ब, जिसका अर्थ होता है कि हम सभी वासुदेव की संताने हैं एवं उन्ही के परिवार के सदस्य भी हैं। विश्व में मौजूद कोई भी इंसान चाहे वो किसी भी जाति धर्म समुदाय का हो, सर्वप्रथम वह मानव है और उसे एक मानव के तौर पर मानवता जरूर दिखानी चाहिए। एक भारतीय होने के नाते रेडक्रॉस डे के सभी मूल्यों को अपने दैनिक जीवन में उतारे एवं इस दिन के उद्देश्य को सफल बनाकर दुनिया को खूबसूरत परिवेश के रूप में बदलें। पिछले दो वर्षों में भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी देवघर शाखा आप सभी के सहयोग से जनमानस की सेवा में सदैव तत्पर हैं। हम लोगों ने देवघर में रक्त की कमी को देखते हुए इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी देवघर शाखा के अध्यक्ष सह उपायुक्त देवघर मंजूनाथ भजंत्री के निर्देशानुसार हम लोगों ने 95 संस्थाओं के सहयोग से ब्लड डोनेशन ऑन व्हील्स की स्थापना की जिसके तहत विगत 2 वर्षों में हम लोगों ने 29 रक्तदान शिविर आयोजित कर 1252 यूनिट रक्त देवघर रक्त कोष में संग्रह कराने का कार्य किया। देवघर जिला और इसके आसपास के इलाकों में हाल के वर्षों में साइबर अपराध और इसके ठगी के शिकार लोगों की संख्या में काफी वृद्धि हुई इस समस्या को ध्यान में रखते हुए हम लोगों ने साइबर थाना के सहयोग से आम लोगों और विद्यार्थियों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से कुछ महीनों में देवघर के साथ स्कूलों में साइबर अपराध वीर का आयोजन कर लोगों के बीच जागरूकता कार्यक्रम चलाया। मौके पर मुख्य रूप से इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी देवघर शाखा के पेट्रोन मेंबर बालेश्वर केसरी, रितेश कुमार सिंह, सचिन मिश्रा, वाइस पेट्रोन मेम्बर युधिष्ठिर प्रसाद राय, हनुमान प्रसाद केशरी, दीपक सिंह, ताराचंद्र जैन, रेडक्रॉस कार्यकरिणी सदस्य मयंक राय, नरेंद्र झा, अभिषेक नेवर, सुरेश साह, महेश कुमार, रीता चौरसिया, संगीता सुल्तानिया, विजय प्रताप सनातन, अजय नारायण मिश्र, अर्चना भगत, डॉ एनसीगांधी, डॉ सुनील कुमार सिन्हा, डॉ नीतू झुनझुनवाला, मधु कुमारी,सुरेशानंद झा , सुधांशु बर्णवाल, देवनंदन झा, राजेश जैन, , ललित झा, उमा छावछरिया, आजीवन सदस्य श्वेता शर्मा, रेनू सिंह, आलोक मलिक, संजीत कुमार सिंह, मनोज सिंह, निर्मल कुमार, प्राणु सिंह, विजया सिंह, रूबी द्वारी झा, सुशोभित झा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।