*टॉक टू डीसी कार्यक्रम के दौरान ऑन द स्पॉट विभिन्न समस्याओं का हुआ त्वरित समाधान
- मीजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान के तहत शत प्रतिशत हो
- उपायुक्त न चापाकल बोरिंग हेतु स्थल चयन करने का दिया निर्देश
- दोनों आंखों की रौशनी खो चुके दिब्यांग को 24 घंटे अंदर पेंशन योजना से लाभान्वित करने का दिया निर्देश
देवघर/वरीय संवाददाता। सोमवार को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार से टॉक टू डीसी ऑनलाईन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जिले के सभी दस प्रखण्ड से सीएससी केंद्रों के माध्यम से जिले के विभिन्न पंचायत के लोगों के अलावा कलस्टर लेवल फेडरेशन और विलेज ऑर्गेनाईजेशन के माध्यम से आमजनों ने उपायुक्त से ऑनलाईन मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। इस दौरान उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने पूर्व के टॉक टू डीसी कार्यक्रम में दिये गये निर्देशों के अनुपालन की बिन्दुआर समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निदेशित किया कि प्राथमिकता के आधार पर कार्यक्रम में आने वाले फरियादियों से जुड़ी शिकायतों का ससमय निराकरण करें, अगर समस्याओं को निराकरण तय समय अनुरूप नहीं हो पाता है तो संबंधित अधिकारी पर भी कार्रवाई की जायेगी। आगे पेयजल से जुड़ी समस्या के निदान में हो रही देरी पर उपायुक्त ने मामले को संज्ञान में लेते हुए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों को शो कॉज करते हुए मधुपुर अनुमंडल पदाधिकारी को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यों की समीक्षा करने का निदेश दिया।उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि जिले में 12 अप्रैल से चल रहे मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान के तहत 9 माह से 15 वर्ष के 5,50,000 बच्चों को मिजिल्स रूबेला का टीका दिया जाना था, क्योंकि खसरा रोग के सफाई तथा रूबेला को नियंत्रित करने के लिए बच्चों को यह टीका लगाना अति आवश्यक है। ऐसे में सभी के सहयोग से जिले के सभी 9 माह से 15 वर्ष तक के शत प्रतिशत बच्चों को टीका से आच्छादित किया जा चुका है।
कार्यक्रम के दौरान मोहनपुर प्रखण्ड अन्तर्गत केसीसी ऋण से जुड़े मामले को संज्ञान में लेते हुए टोकन कटने के बाद न मिलने को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक जांच कर टेक्नीकल ग्लीच को दूर करने का निदेश दिया। मोहनपुर प्रखण्ड के आवेदक द्वारा जानकारी दी गयी कि कोविड काल में 16.09.2022 को मां और पिताजी की मृत्यु हुई थी, जिसपर मामले को संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त ने संबंधित अधिकारी को अभिलेखों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया। कार्यक्रम के दौरान मधुपुर व देवीपुर प्रखण्ड से पेयजल की समस्या को संज्ञान में उपायुक्त ने बंद पड़े चापाकलों व जलमीनारों को दुरूस्त करने का निदेश पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों को दिया। साथ ही टॉक टू डीसी कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने सभी प्रखण्डों के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को निदेशित करते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों में मुखिया से समन्वय स्थापित करते हुए पेयजलापूर्ति से वंचित पंचायतों की सूची दो दिनों के अंदर उपायुक्त कार्यालय को समर्पित करने का निदेश दिया, ताकि डीएमएफटी के तहत वैसे चिन्हित पंचायतों में चापाकल का निर्माण कराया जा सके और लोगों को सुविधापूर्वक पेयजल की आपूर्ति हो सके। देवीपुर प्रखण्ड के आवेदक द्वारा जानकारी दी गयी कि टीएचआर के तहत आंगनबाड़ी केन्द्र में कार्य करने के बाद भी पैसा अब तक नहीं मिला, जिसपर मामले को संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को मामले की जांच करते हुए उपायुक्त कार्यालय को अवगत कराने का निदेश दिया। आगे मारगोमुण्डा प्रखण्ड के घोरमारा गांव में पेंशन से जुड़े मामलों को संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त ने संबंधित प्रखण्ड के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को पेंशन कैंप का आयोजन कर शत प्रतिशत लोगों को आच्छादित करने का निदेश दिया। साथ ही सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को सेच्युरेटेड करने की दिशा में कार्य करने के लिए सभी प्रखण्डों के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को निदेशित किया। मारगोमुण्डा प्रखण्ड के दोनों आखों की रौशनी खो चुके दिब्यांग युवक को 24 घंटे के अंदर पेंशन से लाभान्वित करने का निदेश संबंधित प्रखण्ड के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को दिया। साथ ही प्रधानमंत्री आवास से जुड़े आवेदकों को उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि अभी वर्तमान समय में योजना से जुड़ा पोर्टल बंद है, जैसे ही पोर्टल में नाम दर्ज किया जाएगा, जिसके पश्चात आवास स्वीकृत कर दिया जाएगा।आगे कार्यक्रम के दौरान मारगोमुण्डा प्रखण्ड के चकरमा पंचायत के आवेदक द्वारा जानकारी दी गयी कि पति की मृत्यु के पश्चात अब तक पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है क्योंकि उनके आधार कार्ड व वोटर कार्ड में उनके पति के नाम के आगे स्वर्गीय नहीं लगा है। ऐसे में मामले को संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि वोटर कार्ड व आधार कार्ड में स्वर्गीय न लिखे जाने की स्थिति में अपने गांव के पांच लोगों से अभिप्रमाणित कराते हुए प्रखण्ड कार्यालय में अपना आवेदन दे दें, जिसके पश्चात विधवा पेंशन से आपको लाभान्वित कर दिया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान मारगोमुण्डा प्रखण्ड अन्तर्गत दिब्यांग बच्चे दिब्यांग प्रमाण पत्र न रहने से जुड़े मामले को संज्ञान में लेते हुए संबंधित प्रखण्ड विकास पदाधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियेां को उक्त युवक को महीने के 21 तारीख को सदर अस्पताल में लगने वाले दिब्यांग कैम्प के माध्यम से प्रमाण पत्र निर्गत कराने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि जिला स्तर पर प्रत्येक माह के 21 तारीख को सदर अस्पताल के परिसर में दिव्यांगजनों के सुविधा हेतु विशेष कैम्प का आयोजन किया जाता है, जहां दिव्यांग प्रमाण पत्र हेतु आवेदन व प्रमाण पत्र प्राप्त किया जा सकता है। कैराबांक के आवेदक द्वारा जानकारी दी गयी कि जेबीभीएनएल में ऊर्जा मित्र की बहाली निकली थी, जिसमें ओबीसी कोटा होने के बावजूद मेरा न चयन कर जेनरल कोटा से ऊर्जा मित्र का चयन कर दिया गया। जिसके पश्चात मामले को संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त ने संबंधित विभाग के अधिकारी को निदेशित करते हुए कहा कि आवश्यक जांच कर प्रतिवेदन उपायुक्त कार्यालय को समर्पित करने का निदेश दिया गया। इसके अलावे पथरड्डा के बुजूर्ग महिला को 48 घंटे के अंदर राशन कार्ड योजना से जोड़ते हुए उपायुक्त कार्यालय को अवगत करने का निदेश दिया गया। आगे पालोजोरी प्रखण्ड के बसहा पंचायत के आवेदक द्वारा जानकारी दी गयी कि वन विभाग में लगभग 6 महिने से काम किया था, जिसका पैसा अभी नहीं दिया गया है। जिसपर मामले को संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त ने वन प्रमंडल परदाधिकारी से आवश्यक जांच रिपार्ट मांगने का निदेश दिया।
इस दौरान जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, कार्यपालक दण्डाधिकारी सुप्रिया भगत, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी प्रमोद कुमार, जिले के सभी प्रखण्डों के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी, डीपीएम जेएसएलपीएस, सीएससी मैनेजर सत्यम कुमार, सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी एवं जिला समाज कल्याण विभाग, नगर निगम, आपूर्ति, मनरेगा, कृषि, पीएम आवास, बैंक, थाना व संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मी आदि उपस्थित थे।